Thursday, June 4, 2009


कविता

अपराधी

- अमी चरणसिंह

कुछ बेचते हैं डर

कुछ अभयदान

कुछ तटस्थता


डर बेचनेवाले

असल में साह्स बेचते हैं

और अभयदान देनेवाले निश्चिन्तता

(जो की ज्यादा खतरनाक होती है)


जो तटस्थता के हिमायती हैं

उनकी फेहरिस्त में

होते हैं

हत्यारों के समर्थन में

ख़ूबसूरत बयां


दरअसल

दुनिया की तमाम

तानाशाहियों के खिलाफ

चुप्पी साध लेनेवाले

ये तटस्थ

हत्यारों के पक्ष में खड़े होते हैं.

-अमी चरणसिंह

०-९९२६५४८०६०

No comments:

Post a Comment