मित्रो,
मैं साहित्य के साथ-साथ कला गतिविधियों के आयोजन में भी सक्रिय रहता आया हूँ। कलाश्रुति ट्रस्ट के बैनर पर साल २००८ में पहली बार राष्ट्रीय कला शिविर का आयोजन किया था। उसकी रिपोर्ट यहाँ पोस्ट कर रहा हूँ। साल २००९ में दूसरा राष्ट्रीय कला शिविर आयोजित किया था। उसकी रिपोर्ट भी शीघ्र ही पोस्ट करूंगा।
- अमी चरणसिंह
९ जून २००९, रात्रि ११ बजे
aapka swagat hai
ReplyDeletethx. narayan narayan
ReplyDeleteसबसे कम खर्चीला, लाभदायक और आनन्दप्रद मनोरंजन सत्साहित्य का अध्ययन है।
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